दुर्गागंज। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सावन माह में बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर पांडेयपुर, भानीपुर प्रांगण में ग्रामीणों के सहयोग से श्री शिव महापुराण साप्ताहिक कथा का आयोजन किया गया है। कथा वाचक आचार्य लोलारख नाथ मिश्र महाराज ने कथा के चौथे दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह प्रसंग सुनाया गया। कथा में शिव की बारात निकाली गई जिसमें भक्तगण नाचते गाते हुए शिव की बारात में शामिल हुए। इस दौरान कथा वाचक ने कहा कि भगवान का नाम स्मरण करने मात्र से हर एक विषम परिस्थिति को पार किया जा सकता है इसलिए हम सभी को भगवान के नाम का स्मरण करना चाहिए। 

कथा वाचक ने शिव-माता पार्वती विवाह की कथा सुनाते हुए कहा कि माता पार्वती ने हिमालय राजा के यहां पर जन्म लिया था पार्वती बचपन से ही भगवान भोलेनाथ को मानती थी इसीलिए भोलेनाथ से माता पार्वती का विवाह हुआ। उन्होंने कथा सुनाते हुए कहा कि भोलेनाथ व माता पार्वती के विवाह के पहले से ही तारकासुर राक्षस का तीनों लोक में अत्याचार था और उसका वध भोलेनाथ व माता पार्वती के पुत्र से होना था। इसीलिए भोलेनाथ व माता पार्वती का विवाह पहले से ही होना तय था यानी यह सब लीला भगवान की थी कथा के पश्चात आरती प्रसाद वितरण किया गया श्रद्धालुओं को धार्मिक भजनों पर नृत्य करते हुए भी देखा गया। इस अवसर पर श्रीनाथ पांडेय राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक, सुरेश पांडेय अध्यापक, अवधेश पांडेय, राजेश शुक्ला, छब्बू शुक्ला, कृपाशंकर मिश्रा, ओमप्रकाश पांडेय, प्रधान भानीपुर सौरभ पांडेय, राजेंद्र पांडेय, राकेश पांडेय, मनीष पांडेय, विश्वनाथ विश्वकर्मा, रामसागर दुबे, लक्ष्मीकांत पांडेय, रमेश पांडेय, राजा सिंह, दूधनाथ साहू सहित तमाम लोग मौजूद रहे।