
दुर्गागंज। बूढ़े नाथ मंदिर सेवा समिति पांडेयपुर के तत्वाधान में बूढ़े नाथ शिव मंदिर पांडेयपुर के प्रांगण में शिव महापुराण कथा विश्राम दिवस पर कथा वाचक आचार्य लोलारख नाथ मिश्र ने भक्तों से कहा कि शिव के महात्मय से ओत-प्रोत यह पुराण शिव महापुराण के नाम से प्रसिद्ध है। भगवान शिव पापों का नाश करने वाले देव हैं तथा बड़े सरल स्वभाव के हैं इनका एक नाम भोला भी है अपने नाम के अनुसार ही बड़े भोले-भाले एवं शीघ्र ही प्रसन्न होकर भक्तों को मनवाँछित फल देने वाले हैं।
सगुण, साकार, सूर्य, चंद्रमा, जल, पृथ्वी, वायु यह एक शिव पुराण का स्वरूप हैं। उन्होंने कहा कि अपने चारों ओर सदैव वातावरण शुद्ध रखें जहां स्वच्छता और शांति होती है, वहां देवताओं का वास होता है। शिव की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान शिव ही मनुष्य को सांसारिक बंधनों से मुक्त कर सकते हैं, शिव की भक्ति से सुख व समृद्धि प्राप्त की जा सकती है। कहा कि इस अलौकिक शिवपुराण की कथा सुनना अर्थात पाप से विमुक्त होना है।
शिव महापुराण में कथा को सुनने के लिए सैकड़ों की संख्या में भक्त पहुंचे और कथा सार सुनकर श्रोता झूम उठे। कथा संपन्न होने पर पूर्णाहुति हवन, आरती, महाप्रसाद का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर श्रीनाथ पांडेय राष्ट्रपति पदक प्राप्त शिक्षक, कृपाशंकर मिश्रा, ओमप्रकाश पांडेय, राजेंद्र प्रसाद पांडेय, प्रधान भानीपुर सौरभ पांडेय, राम सागर दुबे, लक्ष्मीकांत पांडेय, रामचंद्र पांडेय, प्रधान प्रयागपुर सुरेश मौर्य, पशु डॉ सचिन पांडेय, डॉ दिवेश मिश्रा, रमेश पांडेय, अमित सिंह, विश्वनाथ विश्वकर्मा, विजय बिंद, राजेश विश्वकर्मा, जोखन तिवारी, शशिकांत पाल, बच्चा पांडेय, अमन शर्मा, गोरेलाल शुक्ला, विपिन मिश्रा, मुकेश मिश्रा, मुन्ना पांडेय, राहुल पंडित एवं राकेश पांडेय प्रधान प्रतिनिधि भानीपुर सहित तमाम लोग मौजूद रहे।