जंघई। बभनियाँव शुक्लान पुरवे के सभी निवासियों के सहयोग से नवरात्रि के छः माह पूर्व पूराने माँ चौरा मंदिर का विस्तार करते हुए नवीनीकरण करवाकर भव्य रुप दिया है। नवीनीकरण के बाद मंदिर को माँ चौरा देवी धाम नाम देकर पूरे श्रद्धा और शुद्धता के साथ नवरात्रि में भक्तों द्वारा देवी माँ की सुबह शाम पूजन-अर्चन एवं भव्य आरती कर रहे हैं पूरा गांव भक्तिभाव में लीन है मंदिर को विभिन्न प्रकार के फूलों एवं रंग-बिरंगे झालरों से सजाया गया है। प्रतिदिन शाम 7 बजे से देवी भागवत की कथा आचार्य अशोकानंद शास्त्रीजी महराज के मुखारबिंदु का सभी ग्रामवासी श्रवण करते हैं। इस परंपरा की शुरुआत के लिए गांव के प्रत्येक घर के लोगों ने सहयोग किया है और प्रतिदिन कार्यक्रम में मौजूद रहते हैं। आश्चर्य का विषय यह है कि माँ चौरा देवी धाम को जल भरे तालाब के उपर बनाया गया है। भक्तों का कहना है कि माँ का चमत्कार है कि वह जल के ऊपर धाम स्थापना करने के लिए गांव वाले के अंदर अपनी शक्ति एवं आशीर्वाद प्रदान किया है जिसके कारण यह भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है।