जंंघई। गया धाम बिहार, जहां भगवान विष्णु स्वयं पित्रों को मोक्ष प्रदान करते हैं पुराणों के अनुसार पित्रों का श्राद्ध और तर्पण करने के लिए गया से श्रेष्ठ स्थान कोई दूसरा नहीं है। कहा जाता है कि गया में स्वयं भगवान विष्णु पितृ देवता के रूप में निवास करते हैं। गया तीर्थ में श्राद्ध कर्म पूर्ण करने के बाद भगवान विष्णु के दर्शन करने से मनुष्य पितृ, माता और गुरु के ऋण से मुक्त हो जाता है। पूर्ण श्रद्धा और विधि-विधान के साथ श्राद्ध और तर्पण करने से पितृ, देवता, गंधर्व, यक्ष आदि अपना शुभ आशीर्वाद देते हैं, जिससे मनुष्य के समस्त पापों का अंत हो जाता है। पित्र पक्ष में अपने माता-पिता एवं पूर्वजों के मोक्ष प्राप्ति हेतु धनऊपुर, भानीपुर ग्राम सभा से छोटेलाल मिश्र, श्यामधर मिश्र, शिवनाथ मिश्र, मानिक चंद्र मिश्र, गुलाब चंद्र मिश्र, भोलानाथ मिश्र, शिव चंद्र मिश्र सपत्नी बुधवार को गया धाम प्रस्थान किया। 

आचार्य द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य पूर्वजों का ध्यान कराते हुए पिंडदान करवाया गया तत्पश्चात ढोल नगाड़े, डीजे के साथ गांव की परिक्रमा करते हुए अपने खानदान के समस्त घरों की सुख शांति हेतु घरों में अक्षत छिड़कते हुए गया धाम प्रस्थान किया। इस अवसर पर परिजनों में सुरेश चंद मिश्र, संतोष, संदीप, दिलीप, दीपक, विपिन, राहुल, शिवम, शुभम, अभिषेक, सौरभ, सिद्धांत, अनुज, नितिन, अमित, अंश, प्रिंस, नारायण, कार्तिक एवं आंगतुको में माता प्रसाद दुबे, रामसागर दुबे, अच्छेलाल तिवारी, इंद्रजीत दुबे, इंद्रजीत दुबे, आचार्य मनमोहन पांडेय, सौरभ पांडेय प्रधान, आलोक सिंह पूर्व प्रधान, मनीष शुक्ला, अमितेश शुक्ला, बालाजी शुक्ला,सुनील तिवारी, रमेश तिवारी, धर्मेंद्र यादव, पवन प्रजापति सहित तमाम लोग मौजूद रहे।