
जंघई।विद्युत उपकेंद्र चंपापुर में विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर बुधवार को जेई चंपापुर सुधीर कुमार ने अपनी टीम के साथ विधि-विधान से भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना किया इस दौरान पावर हाउस में सभी यंत्रों और मशीनों की पूजा कर हवन भी किया गया। जेई ने बताया कि भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का रचयिता और देवताओं का शिल्पी माना जाता है। उनके जन्मोत्सव पर औद्योगिक प्रतिष्ठानों और कार्यस्थलों पर औजारों व मशीनों की पूजा की जाती है।
हिंदू धर्म में भगवान विश्वकर्मा को सृजन और वास्तुकला का देवता माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, वे ब्रह्मा के नाभि-कमल से उत्पन्न ब्रह्माजी के पुत्र वास्तुदेव के पुत्र हैं। उन्होंने स्वर्गलोक, द्वारका, हस्तिनापुर और लंका जैसे कई प्रसिद्ध नगरों का निर्माण किया था।
इसके अतिरिक्त भगवान विश्वकर्मा ने भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र और भगवान शिव के त्रिशूल जैसे कई दिव्य अस्त्रों का भी निर्माण किया। विश्वकर्मा जयंती हर साल 17 सितंबर को मनाई जाती है, और यह दिन कारीगरों, शिल्पकारों तथा इंजीनियरों के लिए विशेष सम्मान का प्रतीक है।
पूजन अर्चन में चंपापुर पावर हाउस स्टाफ में अभिषेक मौर्या, नन्हे मिस्त्री, अमित पटेल, बबलू यादव, विशोक यादव, दान बहादुर, श्यामलाल, संजय यादव, सिकंदर यादव, दीपक वर्मा, कमलेश वर्मा, जितेंद्र मौर्या, टेढ़ू चंद्र, प्रकाश मौर्या, जटाशंकर यादव, जोगी यादव सहित तमाम कर्मचारी मौजूद रहे।