
जंघई।श्रीराम जानकी मंदिर जंघई की 18 दिवसीय रामलीला में शनिवार रात्रि में मीना बाजार, बारी फुलवारी, पुष्प वाटिका व जनकपुरी के मीना बाजार में श्रीराम व लक्ष्मण के भ्रमण की लीला का मंचन किया गया। भगवान श्रीराम व लक्ष्मण जनकपुरी के मीना बाजार का भ्रमण किया इसके बाद पुष्प वाटिका की लीला हुई। अयोध्या नरेश दशरथ के दोनों राजकुमार श्रीराम-लक्ष्मण को साथ लेकर ऋषि विश्वामित्र जनकपुरी पहुंचते हैं दोनों की भोली सूरत देख नगर के नर-नारी मोहित हो जाते हैं। विश्वामित्र राम को आज्ञा देते हैं कि पूजा के लिए ताजे फूलों की आवश्यकता है, तुम पुष्प वाटिका से पुष्प ले आओ गुरु की आज्ञा पाकर वे पुष्प वाटिका जाते हैं उधर गौरी पूजन के लिए सीता सखियों के साथ पूजा के फूल लेने पुष्प वाटिका पहुंचती हैं सीताजी श्रीराम को देखते ही मोहित हो जाती हैं इसके बाद वे गौरी पूजन के लिए पहुंचती हैं जहां मां गौरी से मन ही मन भगवान श्रीराम को पति के रूप में पाने की कामना करती हैं। सजे सुंदर मीना बाजार में बर्तन, कपड़े, फल तथा विभिन्न प्रकार की मिठाइयों की दुकानें लगी थीं श्रीराम-लक्ष्मण ने इन सभी दुकानों पर एक-एक करके भ्रमण किया और अपनी पसंद के कपड़े पसंद किए और मिठाइयां भी चखीं। पांचवें दिन की रामलीला, बारी फुलवारी एवं मीना बाजार के पात्रों में राम-आदित्य दुबे, लक्ष्मण-शैलेश दुबे, सीता-अंबुज उमर वैश्य, जनक-रमेश तिवारी, माली-आतिश पाठक, गौरी-शिखर यादव, सखी-पुलथी यादव, फोरमैन-गग्गू यादव सहित संरक्षक महंथ चंद्रमा दास महराज, रामलीला समिति के अध्यक्ष संदीप पांडेय, डायरेक्टर अनिल मिश्र, सभाजीत पांडेय, अखिलेश मिश्र, लालजी मिश्र, शीतला प्रसाद पाठक, विक्की जायसवाल, कोषाध्यक्ष संदीप तिवारी, अजय पांडेय, सुंदर लाल पांडेय, किशन पाठक मंत्री, शैलेश पाठक उपाध्यक्ष, आदित्य उमर वैश्य, अभिषेक तिवारी आदि लोग उपस्थित रहे।